Madhu varma

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लेखनी कविता -टेलीफोन - बालस्वरूप राही

टेलीफोन / बालस्वरूप राही


हेलो, हेलो, कौन बोलता?
ज़रा-ज़रा से बोलो जी!
पापा जी से बात करोगे?
चले गए बाजार अभी।

उनका बेटा बोल रहा हूँ,
मुझे बताओ, क्या है काम!
पहले अपना नाम बताओ,
तभी पूछना मेरा नाम।

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